घंटाकरण देवता
देव à¤à¥‚मि के कण कण में देवों का वास है यहां कदम कदम पर आपको कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ मंदिर और धरोहरें नज़र आà¤à¤‚गी जिनका इतिहास बेहद ही रोचक है। इनमें से à¤à¤• है घंटाकरण यानि घड़ियाल देवता। घंटाकरण देवता को ही घड़ियाल देवता के नाम से जाना जाता है। बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ के निकट माणा में इनका मà¥à¤–à¥à¤¯ सिदà¥à¤§à¤ªà¥€à¤ है। बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ से पहले देवदरà¥à¤·à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¥€ घंटाकरण देवता की सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ माना जाता है। घड़ियाल देवता को बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ का रकà¥à¤·à¤• à¤à¥€ कहा जाता है। जिस तरह से à¤à¥ˆà¤°à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ जी को केदारनाथ जी का रकà¥à¤·à¤• कहा जाता है उसी तरह घड़ियाल देवता यानि की घंटाकरण जी को बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ जी की रकà¥à¤·à¤¾ करते हैं।
घंटाकरण बचपन से à¤à¤• राकà¥à¤·à¤¸ था और साथ ही à¤à¤—वान शिव का अननà¥à¤¯ à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥€à¥¤ इतना अननà¥à¤¯ की उसे किसी और के मà¥à¤– से शिव का नाम सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ à¤à¥€ पसंद नहीं था। इसी कारण उसने अपने कानों में बड़े बड़े घंटे धारण किठहà¥à¤ थे। जिस कारण उनका नाम घंटाकरण पड़ गया।
घंटाकरण की à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से à¤à¤—वान अतà¥à¤¯à¤‚त पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ तथा उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ दरà¥à¤¶à¤¨ दिठतथा उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वर मांगने को कहा। घंटाकरण अपने राकà¥à¤·à¤¸à¥€ जीवन से खà¥à¤¶ नहीं था वरदान सà¥à¤µà¤°à¥‚प घंटाकरण ने अपनी मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की इचà¥à¤›à¤¾ रखी। वरदान सà¥à¤¨ कर à¤à¤—वान शिव ने कहा कि तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अगर कोई मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ दे सकता है तो वो हैं à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥à¥¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनकी शरण में जाना होगा। यह सà¥à¤¨ कर घंटाकरण उदास हो गया कà¥à¤¯à¤¾à¤‚ेकि वो à¤à¤—वान शिव के अलावा और किसी की उपासना नहीं कर सकता था। उसकी परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ समठकर à¤à¤—वान शिव ने à¤à¤• उपाय सà¥à¤à¤¾à¤¯à¤¾ और दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤•à¤¾ जाने को कहा। जहां à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ कृषà¥à¤£ के रूप में अवतरित होकर रह रहे थे।
शिवजी की आदेश के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• जब घंटाकरण दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¿à¤•à¤¾ पहà¥à¤‚चा तो वहां उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पता चला कि शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ कैलाष गठहà¥à¤ हैं। जहां वे पà¥à¤¤à¥à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ हेतॠà¤à¤—वान षिव की तपसà¥à¤¯à¤¾ कर रहें हैं। यह सà¥à¤¨ कर घंटाकरण à¤à¥€ कैलाश की ओर चल पड़ा। घंटाकरण जब बदà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ आशà¥à¤°à¤® पहंचा तो उसने शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ को समाधि में लीन देखा। वो वहीं बैठकर ज़ोर ज़ोर से नारायण नारायण का जाप करने लगा। जिस कारण शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ टूटा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ घंटाकरण से वहां आने का कारण पूछा। घंटाकरण ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सारा वृतानà¥à¤¤ कह सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ और उनसे मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की। कृषà¥à¤£ उनकी à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से अति पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤à¥¤ उसके बाद शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ ने नारायण के रूप में अवतरित होकर घंटाकरण को राकà¥à¤·à¤¸ योनि से मà¥à¤•à¥à¤¤ किया और साथ ही घंटाकरण को बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ का दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया। तà¤à¥€ से घंटाकरण को बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ का कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤² à¤à¥€ माना जाता है। इसीलिठबदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ के पट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ से पूरà¥à¤µ घंटाकरण की पूजा करने की परंपरा है। साथ ही उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के गांव गांव में घड़ियाल देवता सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ देवता के रूप में à¤à¥€ विराजमान हैं। à¤à¤¸à¤¾ माना जाता है कि घंटाकरण यहां के लोगों की रकà¥à¤·à¤¾ करते हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बीमारियों से बचाते है। समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤µà¤¾à¤² में सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ यह विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ किया जाता है कि घड़ियाल देवता à¤à¤• महान शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ होने के साथ ही à¤à¤¾à¤µà¥à¤• à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° देवता à¤à¥€ है। गदà¥à¤µà¤µà¤¾à¤² कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के बहà¥à¤¤ से कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में गà¥à¤µà¤¾à¤² देवता की à¤à¤• माह की जात à¤à¥€ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ गांवों में जाती है à¤à¤¸à¥‡ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ का à¤à¤¾à¤° इनके उपर समà¤à¤¾ जाता है और इसीलिठजहां जहां à¤à¥€ घंटाकरण देवता की जाप जाती है वहां के गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ इनकी जात में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ होते हैं और पूजा à¤à¤‚ेट à¤à¥€ देते हैं। जात में घड़ियाल देवता के पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प धà¥à¤µà¤œ गांव गांव में जाया जाता है गीत गाठजाते हैं और घड़ियाल देवता अपने पषà¥à¤µà¤¾ पर खड़े होकर नाचते है।
घंटाकरण का माणा गांव में बहà¥à¤¤ ही पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ मंदिर है। पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ घड़ियाल देवता मंदिर में जो à¤à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥‚ सचà¥à¤šà¥‡ मन से मनà¥à¤¨à¤¤ मांगता है वह मनà¥à¤¨à¤¤ अवशà¥à¤¯ पूरी होती है। मंदिर का दरà¥à¤¶à¤¨ करने के लिठलोग दूर दूर से यहां आते हैं।
A restless ball of energy, Shreya is a wanderer for life. Shreya is a total sucker for heritage destinations, turquoise beaches, and lofty mountains. Shreya is an offbeat traveller who loves to explore the lesser-explored parts of the world. GHANTAKARAN is amongst one of that places
2023-07-25 09:35:05
2023-07-25 06:40:53
2023-07-24 11:30:09
2023-07-24 10:25:54
© 2023 | All Rights Are Reserved By Rudraksha Aviation